वे दोनों किलकारियाँ भर रही थीं।मैं भी उनके साथ खेल रहा था और उनके उछलते शरीरों में अंगों के आंदोलन और उनके उतार-चढ़ाव और बनावट का मजा ले रहा था। चिपके कपड़ों में बदन की एक-एक काट प्रकट हो जा रही थी। उस वक्त मैं देख लेता – नाभि का मोहक गड्ढा, स्तनों की नोकों का हल्का सा उभार और उन पर के काले रंग का आभास, पेट का हल्का सा वर्तुल उभार, जांघों की भरी-भरी गोलाई।उनके संधिस्थल का मांसल कोणीय उभार। बीच-बीच में वे बदन से एकदम चिपक गए कपड़ों को थोड़ा उठा देतीं, मगर पानी की अगली ही हिलोर उन्हें पुन: वापस चिपका देती। मैं भी अपने अंग को बार-बार छिपा रहा था। मैं साली की तुलना में अपनी पत्नी को देख रहा था।लग रहा था
Actors:
Dinesh / Mona Bhabhi