पर कैसे? xxxhindi अचानक मेरे दिमाग में एक तरकीब आई। मैंने कक्षा में सबको कह दिया कि जिसको लैक्चर समझ में नहीं आया वो मेरे घर पर आकर समझ सकता है।यह बात कहने के साथ साथ मैं उसे देख भी रहा था। वर्षा बहुत खुश हुई। उसे खुश देखकर मैं भी खुश था कि शायद वो घर पर आ ही जाए। कक्षा खर्म करने के बाद मैं लाईब्रेरी में जाकर बैठ गया। उस वक्त लाईब्रेरी में मेरे सिवा सिर्फ़ एक लाईब्रेरियन था जो दूसरे सैक्शन में बैठा किताबें सैट कर रहा था। तभी वर्षा लाईब्रेरी में आई, वो शायद मुझे ही ढ़ूंढ़ रही थी।वो मेरे पास आकर बोली- सर, मैं और मेरी सहेली मानसी आपके घर पर आकर आपके साथ कुछ टॉपिक्स डिस्कस करना चाहती हैं।मैं- ठीक है। पर
Actors:
Allë PJTX