कितनी मासूम बुर थी दोस्तों।ऐसा लग रहा था की उसकी चूत एक बार भी नही चुदी है। मैं चूत के उपर जीभ से इधर उधर मस्ती से चाटने लगा। फिर मैंने गायत्री की बुर की पंखुडियां अपने हाथ से खोल दी। उसकी चूत का महीन सा छेद मुझे दिख गया था। मैं जीभ लगा लगाकर गायत्री की चूत और उसके चूत के छेद को पीने लगा। वो अपनी कमर और गांड उठाने लगी।“कौशल जी !! xxxhindi चाहे मुझे मार दो, चाहे काट डालो पर मैं उस लड़के से मिलना बंद नही करुँगी!!” मेरी चुदासी बीबी बोली। मुझे गुस्सा आ गया। मैं उसे लाठी से बहुत मारा और उसका पैर टूट गया। उसके बाद उसका बाप यानी मेरा ससुर अपनी चुदासी लड़की को अपने घर ले गया।उस बेटीचोद से मुझसे