.अहह्ह्ह्हह..” पुनम चिल्ला रही थी। मैं उसके गुलाबी भोसड़े को अपने गुलाबी होठो से पी रहा था। आज तो लगा की जैसे मैं ज़िंदा हूँ, वरना इससे पहले तो खुद को मरा हुआ की पाता था।मैं पुनम की चूत को मजे लेकर पी रहा था और जैसे पूरा खा जाना चाहता था। वो भी पूरी तरह से चुदासी हो चुकी थी। धीरे धीरे मेरे होठो से उसके भोसड़े में कम्पन होने लगा और पुनम किसी सूखे पत्ते की तरह कांपने और फड़ फड़ाने। वो चरम सुख का अहसास कर रही थी।उसके जांघे खुल और बंद हो रही थी। वो जन्नत में उड़ रही थी। उसे मजा आ रहा था। हर औरत को अपनी चूत पिलाने में बहुत सुख मिलता है, ये बात मैं जानता था। इसलिए आज मैं
मिल्फ की मादक गोलाई
Related videos









