मेरी लव मैरिज थी। पति निकम्मा और एक नंबर का हरामी निकला वो मुझे फंसा कर मेरी ज़िंदगी बर्बाद कर दिया था। मैं तो 18 साल तक यही सोचती रही अब ठीक हो जायेगा अब ठीक हो जायेगा पर वो ठीक नहीं हुआ और धीरे धीरे कर के वो पीने लगा। काम भी कम करने लगा। और दिन भर गलियां और मारता था मुझे।मैं तंग आ गई थी अब घर में जवान बेटी थी वो जब पीता था तब वो मेरी इज्जत के साथ भी खेलता था वो मेरी बेटी के सामने ही मेरी चूचियां दबा देता था। फिर मैं पार्ट टाइम नौकरी करने निकली। वह मेरी मुलाक़ात दीवान जी से हुआ वो बहुत ही अच्छे इंसान हैं। धीरे धीरे मैं उनसे प्यार करने लगी और फिर हम