हा हा हा..” करके मैं तेज तेज चिल्लाने लगी।मैं क्या करती दोस्तों, मेरी चूत में अजीब से सनसनाहट हो रही थी। कौशल जल्दी जल्दी अपनी मध्यमा से मेरी बुर फेटने लगा। मैं अपनी कमर और पेट उपर उठाने लगी। मेरा गला बार बार सुख रहा था। अजीब हालत थी ये। मेरे तन मन में सनसनाहट हो रही थी। एक तरफ कौशल की ऊँगली, तो दूसरी तरह उनकी जीभ और होठ।आज मेरा बच पाना मुश्किल ही नही नामुमकिन था। कौशल को जाने क्या मजा मेरी चूत पीने में मिल रहा था, मैं नही समझ पा रही थी। उसकी जीभ मेरे जिस्म के सबसे कोमल और सम्वेदनशील हिस्से से खेल रही थी। ये विचित्र और अलग अहसास था। मेरे चूत के दाने को वो अपने दांत से पकड़ लेता था
गांव की गोरी की देह से उठती खुशबू
Related videos



















