एक दिन तो कमाल ही हो गया। मैं माँ और अंकित की चुदाई देख कर अपने कमरे की तरफ जा ही रही.जैसे ही रसोई के दरवाजे के सामने से गुज़री अंदर से मधु ने दबी आवाज में मुझे अंदर बुलाया। मेरे तो पसीने छूट गए। तो मेरा शक ठीक ही था। मधु जान गयी थी की मैं छुप छुप कर अंकित और माँ की चुदाई देखती हूँ। मैं रसोई में गयी।मधु ने पूछा, “क्या देखा ?” मेरी तो आवाज ही नहीं निकल रही थी। वो बोली, “चलो तुम्हारे कमरे में चलते हैं।” मैंने मधु से पूछा ये कब से चल रहा है।“क्या कब से चल रहा है “? hindi xxx मैंने कहा।मनोज ने मेरे हाथ अपने हाथ में लिए और बोली, “मुझे आप की चुदाई देखनी है”।मैं हैरान हो गयी।
Actors:
Dasijodi 2 / Dasijodi4