मैने हर्षिता जो अब तक सलहज की पत्नी थी उसे अपने बाहो मे उठाए प्यार करते हुए अपने कमरे की ओर बढ़ रहा था.घर मे मेरे उसके और बच्चो के सिवा कोई ना था और बच्चे सो रहे थे. वो दिन दुनिया से बेख़बर सी मंत्रमुग्ध होकर इस कदर मेरा लॅंड चूस रही थी की कुछ पल को लगा जैसे मै अभी ही झड़ जाऊंगा.मैने स्वयं को संभाला हरषु को एक पल को रोका और 69 की पोसिशन ले लिया. hindi xxx पर उन्हे कहा पता था की उसका समाधान ही उनसे कारण पूछ रहा था.आज मै काम से लौटा तो पता चला की साले साहब अभी अभी माता पिता जी के साथ अजमेर की ओर निकले है जो सासू जी का मायका है और एक दिन रुक कर वो
गरमा-गरम हिंदी आवाज़ में बोलने वाली देसी भाभी
Related videos



















