बिलकुल भट्टी जैसी तप रही है” मैंने कहा। उसके बाद चूत को पेंटी के उपर से घिसने लगा। कुछ देर बाद प्रियम्बदा की आँख अचानक खुल गयी और उसने मुझे रंगे हाथो पकड़ लिया।“ये क्या भाई??? बिलकुल भट्टी जैसी तप रही है” मैंने कहा। उसके बाद चूत को पेंटी के उपर से घिसने लगा। कुछ देर बाद प्रियम्बदा की आँख अचानक खुल गयी और उसने मुझे रंगे हाथो पकड़ लिया।“ये क्या भाई??? xxx hindi मम्मी के सामने ही मेरा लौड़ा पकड़ रही थी। आज साली तेरी गांड कसके चोदूंगा तो सब रंडीपना भूल जाएगी” मैंने गुस्से में कहा.और अपनी चुदासी बहन का गला पकड़ लिया और दबाने लगा। मुझे गुस्सा भी आ रहा है। फिर मैंने भी खड़े खड़े ही उसकी चूत में ऊँगली घुसा दी और अंदर बाहर करने
भाभी की गर्म चुदाई का मजा लेने का सिलसिला
Related videos













